Mahila Samooh Loan Yojana 2023 : भारत में महिला सशक्तिकरण को देखते हुए केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर विभिन्न योजनाओं का गठन किया जाता है । ऐसे में आज के दौर में जहां महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही हैं तो सरकार भी कोई ऐसा मौका नहीं छोड़ना चाहती जिससे महिलाएं किसी भी वजह से पिछड़ी रह जाए।
जहां शहरों में आधुनिकीकरण के चलते महिलाएं अपना खुद का स्टार्टअप और खुद के उद्योग शुरू कर रही हैं वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं । महिलाएं ग्रामीण क्षेत्रों में लघु उद्योग शुरू करने की ओर अग्रसर हो रही हैं ।
ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को वित्त संबंधित कोई परेशानी ना हो इसीलिए केंद्र सरकार ने महिलाओं को आर्थिक सुविधा उपलब्ध कराने के लिए एक महत्वपूर्ण में योजना शुरू की है इसका नाम है Mahila Samooh Loan Yojna ग्रामीण क्षेत्रो में इसे स्वयं सहायता समूह लोन के नाम से भी जाना जाता है।
स्वयं सहायता समूह लोन क्या है?
Mahila Samooh Loan Yojna अथवा स्वयं सहायता समूह लोन योजना के अंतर्गत कम से कम 10 महिलाओं को एक समूह बनाना पड़ता है इस समूह को सरकार द्वारा लोन उपलब्ध कराया जाता है। इसके अलावा इस लोन के अंतर्गत केवल 2% ब्याज राशि महिलाओं से वसूली जाती है । इस तरह कुल मिलाकर हम यह कह सकते हैं कि महिला समूह लोन योजना ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को स्वरोजगार उत्पन्न करने हेतु प्रेरित करता है ।
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Mahila Samooh Loan Yojna को विवरण में विस्तार से जानते हैं
जैसे कि हमने आपको बताया Mahila samooh loan yojna ग्रामीण क्षेत्रों में शुरू की गई केंद्र सरकार की एक महत्वकांक्षी योजना है । इस योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार का एकमात्र उद्देश्य है ग्रामीण महिलाओं को स्वरोजगार के प्रति प्रेरित करना जिससे महिलाएं खुद का रोजगार उत्पन्न कर सके और आत्मनिर्भर बन सके।
शहरी क्षेत्र में महिलाएं लोन लेने के लिए बैंक तथा नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी से आवेदन कर लेते हैं तथा शहरी क्षेत्र की महिलाएं पढ़ी-लिखी होने की वजह से उन्हें लोन लेने में किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं जाती। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र अब तक उतना विकसित नहीं हो पाया है इसीलिए यहां पर आर्थिक कमी के चलते महिलाएं उतनी आत्मनिर्भर नहीं हुई है। इसी उदेश्य के चलते इस Mahila Samooh Loan Yojna का निर्माण सरकार द्वारा किया गया है।
महिला समूह लोन योजना में आत्मनिर्भर होती महिलाएं
ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं केवल खेती और पशुपालन व्यवसाय में ही हाथ आजमा रही थी परंतु सरकार द्वारा उपलब्ध कराए इस महिला समूह लोन योजना की वजह से महिलाएं अपना एक समूह बनाकर लोन के लिए आवेदन कर सकती हैं जिससे उपलब्ध हुई आर्थिक राशि से महिलाएं अपना लघु उद्योग अथवा अन्य कोई बिजनेस शुरू कर सकती हैं।
इसी बात को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने महिला समूह लोन योजना की शुरुआत की है। इस योजना के अंतर्गत हर गांव में लगभग 10 से 15 महिलाओं का समूह बनाया जाता है । इस समूह में आने वाली महिलाओं को लोन के तौर पर ₹10,000 से ₹50000 दिए जाते हैं। यह लोन उन्हें बैंक की मदद से उपलब्ध कराया जाता है जिस पर केवल 2% की ब्याज राशि ली जाती है ।
यह लोन केवल महिलाओं को दिया जाता है जो खुद का व्यापार शुरू करना चाहती है। इस लोन की मदद से महिलाएं अपना गृह उद्योग शुरू कर सकती हैं और किसी प्रकार का लघु उद्योग भी इस लोन की मदद से महिलाएं शुरू कर सकती हैं।
स्वयं सहायता समूह लोन योजना के अंतर्गत महिलाओं के समूह को लोन देने के पीछे सरकार का मंतव्य
इस लोन को केवल एक महिलाओं को न देकर पूरे समूह को इसमें जोड़ा जाता है जिससे महिलाएं एक ग्रुप बना कर इस लोन को उठाती हैं और समय के साथ धीरे-धीरे इसका भुगतान भी कर देती हैं। जैसा की इस योजना का नाम ही Mahila samooh loan yojna है इसके नाम से ही अर्थ साफ हो जाता है कि यह महिलाओं को लोन उपलब्ध कराने की योजना है जिसमें महिलाओं का समूह होना आवश्यक है।
समूह से यहां अर्थ है ग्रुप ऑफ विमेन जिसमें एक अकेली महिला यदि किसी वजह से लोन लेने में ही हिचकिचा रही है तो समूह की अन्य महिलाएं उसे प्रभावित करें और प्रेरित करें। साथ ही साथ लोन चुकाते समय यदि किसी कारणवश समूह की एक महिला लोन चुकाने में असमर्थ हो जा रही है तो समूह की अन्य महिलाएं लोन चुकाने में महिला की मदद कर सकें।
इस प्रकार सरकार ने ग्रामीण महिलाओं की मानसिकता को देखते हुए एक अकेली महिला को लोन न उपलब्ध कराते हुए महिलाओं के समूह को लोन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है।
महिला समूह लोन योजना के लिए जरूरी दस्तावेज कौन-कौन से हैं?
महिला समूह लोन योजना के अंतर्गत निम्नलिखित दस्तावेज आवश्यक होते हैं
- इसमें महिलाओं का समूह होना जरूरी है और उस समूह का सहमति प्रमाण पत्र होना आवश्यक है ।
- ग्रुप में शामिल सभी महिलाओं के पास में अपना आधार कार्ड होना आवश्यक है ।
- समूह की महिलाओं के पास में एक पहचान पत्र होना भी जरूरी है ।
- यदि समूह की महिलाएं किसी विशेष राज्य से संबंध रखती हैं तो वहां का यूनिक आईडी कार्ड भी होना आवश्यक है जैसे यदि महिला राजस्थान से है तो भामाशाह कार्ड होना जरूरी है महिला मध्यप्रदेश से है तो समग्र आईडी कार्ड होना आवश्यक है।
- साथ ही साथ महिलाओं का बैंक खाता होना भी जरूरी है ।
- इसके अलावा महिलाओं के पास में उनकी पासपोर्ट साइज फोटो आवश्यक है।
- महिलाओं के समूह का एक ग्रुप फोटो होना आवश्यक होता है ।
- इसके अलावा भी बैंक अन्य दस्तावेजों की मांग कर सकते हैं इसीलिए यह जरूरी है कि महिलाओं के पास में सारे आधिकारिक दस्तावेज होने आवश्यक है।
महिला समूह लोन लेने के उद्देश्य
महिला समूह लोन से के निम्नलिखित उद्देश्य है
- यदि कोई महिला अपना कोई काम शुरू करना चाहती है और उसके पास में आर्थिक सहायता की कमी आ रही है तो वह इस समूह योजना का लाभ उठाकर अपना काम शुरू कर सकती है ।
- इस योजना को महिला उत्कृष्ट योजना के अंतर्गत भी लागू किया गया है जिससे महिलाओं को समानता प्रदान की जाती है ।
- इस योजना के अंतर्गत लोन लेने के पश्चात महिलाएं खुद का व्यापार शुरू कर सकती है अथवा अन्य महिलाओं को आर्थिक मदद भी कर सकती हैं ।
- इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के जीवन में सुधार करना है।
- महिला समूह लोन योजना की वजह से ग्रामीण महिलाओं में सामाजिक एकजुटता की भावना भी बनी रहती है।
- इस योजना का लाभ उठाने वाली महिला अपना स्वयं का लघु उद्योग अथवा स्वयं का स्वरोजगार शुरू करने के पश्चात गांव की अन्य महिलाओं को भी वह इस रोजगार अभियान से जोड़ सकती हैं और अपने साथ-साथ वह गांव की अन्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बना सकती हैं ।
महिला समूह लोन योजना के बारे में अतिरिक्त जानकारी
- Mahila Samooh Loan Yojna के अंतर्गत लोन की राशि लेने पर लोन पर सिक्योरिटी सरकार द्वारा दी जाती है।
- महिला लोन योजना के अंतर्गत लोन वापस करते समय महिलाओं को एक साथ मिलकर किस्त का भुगतान करना होता है, हालांकि इस क़िस्त की रकम महिलाओं के लोन अमाउंट के अनुसार अलग-अलग हो सकती हैं।
- इस योजना के अंतर्गत लोन के अमाउंट पर केवल 2% का ब्याज ही महिलाओं को चुकाना पड़ता है ।
- योजना के अंतर्गत लोन लेने के लिए महिलाओं को एक समूह बनाकर लोन के लिए आवेदन करना होता है।
- समूह लोन योजना के अंतर्गत यदि कोई महिला लोन चुकाने में असमर्थ होती हैं तो ऐसे में बाकी महिलाएं किस्त का भुगतान करने के लिए जिम्मेदार मानी जाती हैं।
- इस योजना के अंतर्गत महिला समूह में कम से कम 10 महिलाओं का होना आवश्यक है ।
महिला समूह लोन योजना की कुछ जरूरी शर्तें
- महिला समूह लोन योजना के अंतर्गत आवेदन करने वाला महिलाओं का समूह कम से कम 6 महीने से सक्रिय होना जरूरी है ।
- समूह का गठन लोकतांत्रिक तरीके से किया गया होना चाहिए इस बात से यहां यह मतलब है कि लोन प्राप्त करने के लिए यदि महिलाओं को जबरदस्ती इकट्ठा किया गया है और यदि ऐसी कोई जानकारी प्राप्त होती है तो ऐसे समूह पर सरकारी कार्यवाही की जा सकती है ।
- समूह का गठन करने के समूह के प्रत्येक सदस्य को कुछ मासिक बचत करना आवश्यक है तथा लोन लेने का निर्णय भी सदस्यों के हित को ध्यान में रखते हुए लिया गया होना चाहिए ।
महिला समूह लोन योजना के लिए आवेदन कैसे करें
- महिला लोन योजना के अंतर्गत आवेदन करने के लिए सबसे जरूरी शर्त यह है कि महिलाओं का एक ज्वाइंट अकाउंट होना चाहिए।
- इस ज्वाइंट अकाउंट में महिलाओं के नाम शामिल होने चाहिए।
- इसके बाद महिलाओं के पास में सारे जरूरी दस्तावेज होने आवश्यक है ।
- सारे जरूरी दस्तावेज इकट्ठे करने के बाद महिलाओं को बैंक में लोन के लिए आवेदन करना होता है ।
- महिलाएं जिस भी बैंक में आवेदन कर रही है उस बैंक में उनके समूह का एक खाता होना आवश्यक है ।
- बैंक में महिला समूह लोन योजना के अंतर्गत आवेदन करने के पश्चात महिलाओं को आवश्यक फॉर्म भरना होता है तथा दस्तावेज उपलब्ध कराने होते हैं।
- सारे जरूरी दस्तावेज उपलब्ध कराने के बाद बैंक द्वारा महिलाओं के समूह के दस्तावेज का वेरिफिकेशन होता है।
- वेरिफिकेशन के एक महीने बाद महिलाओं के खाते में लोन का अमाउंट आ जाता है ।
- यह लोन का अमाउंट 10000 से ₹50000 के बीच हो सकता है जिसे महिलाएं आपस में बांट कर अपना रोजगार शुरू कर सकती हैं।
- इस प्रकार महिला समूह लोन मिलने के पश्चात महिलाएं लोन वापस करने की योजना बना कर आसानी से निर्धारित समय में लोन की किस्त भर सकती हैं।
- इस लोन को चुकाने के लिए महिलाओं को समय-समय पर बैठक करना आवश्यक होता है ताकि महिलाएं लोन को चुकाने के लिए योजना बना सकें तथा साथ ही साथ अपने व्यवसाय के लिए भी नए कौशल सीख सकें।
FAQ – सवाल जवाब
महिला समूह लोन योजना के अंतर्गत ब्याज की राशि क्या होती है ?
महिला समूह लोन के अंतर्गत ब्याज की राशि केवल 2% होती है।
महिला समूह लोन के अंतर्गत सिक्योरिटी कौन देता है ?
महिला समूह लोन योजना के अंतर्गत सिक्योरिटी सरकार द्वारा दी जाती है।
महिला समूह लोन योजना में समूह कितने समय से सक्रिय होना चाहिए ?
महिला समूह लोन योजना के अंतर्गत आवेदन करने से पहले समूह सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़ा होना चाहिए और वह कम से कम 6 महीने से सक्रिय होना चाहिए ।
महिला समूह लोन योजना को कब शुरू किया गया था व इसकी आधिकारिक वेबसाइट क्या है?
महिला समूह लोन योजना को 2007 में शुरू किया गया था वा इसकी आधिकारिक वेबसाइट Nrlm.gov.in
निष्कर्ष
जैसा कि हमने अपने लेख में आपको बताया Mahila Samooh Loan Yojna केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई एक योजना है ,जिसके अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयत्न किया जा रहा है ।
इस योजना के अंतर्गत महिलाओं के समूह को ₹10000 से ₹50000 तक का लोन उपलब्ध कराया जाता है। जिसके लिए महिलाओं को केवल 2% का ब्याज चुकाना होता है । यदि महिला समूह लोन के अंतर्गत महिलाओं को किसी प्रकार की कोई शिकायत करनी है तो वे टोल फ्री नंबर पर संपर्क कर सकती है टोल फ्री नंबर है 18001805999.
आशा है हमारा यह लेख आपके लिए उपयोगी सिद्ध होगा तथा आपको हमारे इस लेख के द्वारा महिला समूह लोन योजना के बारे में सारी विस्तृत जानकारी प्राप्त हो गई होगी।